15 August: लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने बताया कैसा होगा नया भारत

आने वाले 25 वर्षों को ‘‘भारत के सृजन का अमृत काल’’ बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 100 लाख करोड़ रुपये की ‘‘गतिशक्ति योजना’’ की घोषणा की।

पीएम ने देश को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए ‘‘ग्रीन हायड्रोज़न मिशन’’ और अगले 75 सप्ताह में 75 वंदे भारत रेल गाड़ियां चलाने के साथ ही सभी सैनिक स्कूलों के दरवाजे लड़कियों के लिए खोले जाने की घोषणा की।

तिरंगा फहराने के बाद लाल किले की प्राचीर से स्वतंत्रता दिवस पर अपने सम्बोधन में प्रधानमंत्री ने देशवासियों का आह्वान करते हुए कहा, ‘‘यही समय है, सही समय है, भारत का अनमोल समय है।

असंख्य भुजाओं की शक्ति है, हर तरफ़ देश की भक्ति है, तुम उठो तिरंगा लहरा दो, भारत के भाग्य को फहरा दो।’’

उन्होंने कहा कि ‘‘सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास और सबके प्रयास’’ से इस लक्ष्य को हासिल करना है।

प्रधानमंत्री ने लगभग डेढ़ घंटे के अपने संबोधन के दौरान पड़ोसी मुल्कों चीन और पाकिस्तान पर भी निशाना साधा और विस्तारवाद और आतंकवाद की उनकी नीतियों के लिए उन्हें आड़े हाथों लिया।

देश के विकास में आधुनिक बुनियादी ढांचा पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि जल्द ही प्रधानमंत्री गतिशक्ति योजना शुरू की जाएगी और इसके तहत 100 लाख करोड़ रुपये से अधिक की योजनायें रोजगार के अवसर पैदा करेंगी।

प्रधानमंत्री गतिशक्ति राष्ट्रीय योजना औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देने और यातायात की व्यवस्था को दुरूस्त करने वाली होगी। उन्होंने यह भी कहा कि आजादी के 100 साल पूरे होने से पहले भारत को ऊर्जा के मामले में आत्मिनर्भर बनायेंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘ भारत को आधुनिक बुनियादी ढांचे के साथ ढांचागत क्षेत्र के लिये एक समग्र रुख की जरूरत है। इस दिशा में जल्दी ही गतिशक्ति- राष्ट्रीय मास्टर प्लान योजना शुरू की जाएगी।’’

मोदी ने भारत को हरित हाइड्रोजन का वैश्विक केंद्र और इसका सबसे बड़ा निर्यातक बनाने के मकसद से राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन की स्थापना की घोषणा की।

इस अवसर पर उन्होंने अगले 75 सप्ताह के भीतर 75 वंदेभारत रेलगाड़ियां चलाने की घोषणा की जो देश के हर कोने को आपस में जोड़ेंगी।

उन्होंने कहा, ‘‘देश ने संकल्प लिया है कि आजादी के अमृत महोत्सव के 75 सप्ताह में 75 वंदेभारत ट्रेनें देश के हर कोने को आपस में जोड़ रही होंगी।’’

उन्होंने कहा कि भारत आज अपना लड़ाकू विमान, पनडुब्बी और गगनयान भी बना रहा है और यह स्वदेशी उत्पादन में भारत के सामर्थ्य को उजागर करता है।

उन्होंने कहा, ‘‘21वीं सदी में भारत के सपनों और आकांक्षाओं को पूरा करने से कोई भी बाधा रोक नहीं सकती। हमारी ताकत हमारी जीवटता है, हमारी ताकत हमारी एकजुटता है। हमारी प्राण शक्ति, राष्ट्र प्रथम सदैव प्रथम की भावना है।’’

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