थाईलैंड : गर्मियों में भारतीय पर्यटकों की पहली पसंद, ये है वजह

इंडियामंक डेस्क

नई दिल्ली। भारत में इस साल गर्मियों की छुट्टियों के दौरान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यात्रा करने वालों के बीच थाईलैंड सबसे लोकप्रिय गंतव्य बनकर उभरा है।
यात्रा और पर्यटन क्षेत्र से जुड़े प्लेटफॉर्म्स की रिपोर्ट के अनुसार, मई-जून 2025 के दौरान भारत से थाईलैंड जाने वाले पर्यटकों की संख्या में पिछले वर्ष की तुलना में 40% तक की वृद्धि दर्ज की गई है।
ट्रैवल बुकिंग वेबसाइट #Agoda द्वारा जारी “एशिया समर ट्रैवल ट्रेंड्स 2025” रिपोर्ट के अनुसार, थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक, पर्यटन स्थल पटाया और समुद्र तटीय द्वीप फुकेट सबसे अधिक पसंद किए जा रहे हैं। भारत के चार प्रमुख महानगरों — दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और कोलकाता — से थाईलैंड के लिए सीधी उड़ानों की संख्या में मई के महीने में औसतन 65% तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

मुख्य कारण: वीजा, बजट और कम दूरी
थाईलैंड सरकार द्वारा इस वर्ष भारतीय पर्यटकों के लिए वीज़ा ऑन अराइवल सुविधा को निःशुल्क किए जाने से इस ट्रेंड को बल मिला है। इसके अलावा, भारत-थाईलैंड के बीच की कम दूरी (औसतन 3.5 से 4.5 घंटे की उड़ान) और बजट में उपलब्ध होटल-फ्लाइट पैकेजों ने भी इस गंतव्य को आकर्षक बना दिया है।
दिल्ली स्थित ट्रैवल ऑपरेटर ‘गो एशिया टूर्स’ के निदेशक आर.पी. शर्मा ने बताया, “इस साल अप्रैल से जून के बीच हमारे कुल अंतरराष्ट्रीय बुकिंग्स में 45% केवल थाईलैंड के लिए थीं। फुकेट और पटाया में विशेष रूप से परिवार व युवा समूह जा रहे हैं।” उन्होंने कहा कि प्रति व्यक्ति ₹35,000 से ₹50,000 के बीच पूरा पैकेज उपलब्ध है, जिसमें एयर टिकट, होटल, खाना और सिटी टूर शामिल होते हैं।

पर्यटन स्थलों पर भारतीयों की बढ़ती मौजूदगी बैंकॉक के ग्रैंड पैलेस, वाट अरुण मंदिर, चातुचक मार्केट, पटाया के कोरल आइलैंड और फुकेट के फैंटेसी शो जैसे पर्यटन स्थलों पर इस समय बड़ी संख्या में भारतीय पर्यटक देखे जा रहे हैं। स्थानीय होटल और रेस्टोरेंट्स अब हिंदी में निर्देश पट लगाने लगे हैं। कुछ होटलों ने शाकाहारी भारतीय भोजन की विशेष व्यवस्था भी शुरू कर दी है।

भारतीयों की सोशल मीडिया उपस्थिति से भी ट्रेंड को बल इंस्टाग्राम, यूट्यूब और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर #ThailandTrip, #IndiansInBangkok जैसे हैशटैग्स ट्रेंड कर रहे हैं। ट्रैवल ब्लॉगर और यूट्यूब क्रिएटर्स थाईलैंड यात्रा को प्रमुखता से दिखा रहे हैं, जिससे प्रेरित होकर बड़ी संख्या में युवा वर्ग पहली बार विदेश यात्रा कर रहा है।
दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्रा अंशिका मिश्रा ने बताया, “हम चार दोस्तों ने पहली बार थाईलैंड ट्रिप प्लान की। पासपोर्ट मिलते ही हमने बैंकॉक की टिकट बुक की। यात्रा आसान और सुरक्षित रही, और बजट में सब कुछ हो गया।”

विपरीत पक्ष भी जानें
हालांकि कुछ यात्रियों ने शिकायत की कि अत्यधिक भीड़ के चलते कुछ स्थानों पर शांति का अनुभव कम हुआ। इसके अलावा, स्थानीय स्तर पर कभी-कभी भाषा संबंधी परेशानियां भी सामने आईं। फिर भी अधिकांश यात्रियों ने अपनी यात्रा को “संतोषजनक और किफायती” बताया।

पर्यटन मंत्रालय की नजर
भारत के विदेश मंत्रालय और पर्यटन मंत्रालय ने इसे “एक सकारात्मक संकेत” बताया है। मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, “भारतीय पर्यटकों की बढ़ती वैश्विक भागीदारी हमारे देश की आर्थिक स्थिति और वैश्विक पहुंच को दर्शाती है।”

थाईलैंड की तैयारियां भी तेज
थाईलैंड की टूरिज़्म अथॉरिटी ने भारतीय बाजार को देखते हुए विशेष प्रचार अभियान शुरू किए हैं। हवाई अड्डों, ऑनलाइन विज्ञापन और भारत में थाईलैंड रोड शो के माध्यम से अधिक से अधिक यात्रियों को आकर्षित किया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, अगले वित्त वर्ष में विशेष “इंडिया-थाईलैंड टूरिज्म समझौता” पर भी विचार हो रहा है।

थाईलैंड अब सिर्फ एक पर्यटन स्थल नहीं रहा, बल्कि भारतीय मध्यम वर्ग के लिए एक विदेशी लेकिन सुलभ विकल्प बनकर सामने आया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह रुझान बना रहा, तो अगले वर्ष तक थाईलैंड भारतीय विदेश यात्राओं में 50% तक की हिस्सेदारी ले सकता है।

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