डिजिटल संपत्तियों का दौर : लाखों कमा रहे हैं लोग, लेकिन समझदारी जरूरी

इंडियामंक ब्यूरो

नई दिल्ली । डिजिटल संपत्तियों (Digital Assets) का चलन पिछले कुछ वर्षों में तेजी से बढ़ा है। क्रिप्टोकरेंसी, एनएफटी (NFT), डिजिटल रियल एस्टेट, और यहां तक कि वर्चुअल आइटम्स जैसे डिजिटल कलेक्टिबल्स ने निवेशकों को लाखों रुपये कमाने का मौका दिया है। पर क्या यह सिर्फ किस्मत का खेल है, या इसके पीछे रणनीति और समझदारी भी काम करती है?

क्या होती हैं डिजिटल संपत्तियां

डिजिटल संपत्तियां वे होती हैं जो पूरी तरह इंटरनेट पर मौजूद होती हैं। इनमें क्रिप्टोकरेंसी (जैसे बिटकॉइन, ईथर), एनएफटी (डिजिटल आर्ट या म्यूजिक), वर्चुअल लैंड (जैसे मेटावर्स में खरीदी गई जमीन) और यहां तक कि सोशल मीडिया अकाउंट्स भी शामिल हो सकते हैं, जो विज्ञापन से इनकम पैदा करते हैं।

करोड़ों में कमाई के उदाहरण

मुंबई के प्रतीक शर्मा ने 2022 में एक डिजिटल आर्ट NFT खरीदा था जिसकी कीमत मात्र ₹5,000 थी। 2024 में उस NFT को उन्होंने ₹11 लाख में बेचा। इसी तरह बेंगलुरु की नेहा कपूर ने क्रिप्टो ट्रेडिंग से दो साल में ₹40 लाख की संपत्ति बना ली।

रिस्क और रिवॉर्ड का खेल

डिजिटल संपत्तियों में कमाई की संभावनाएं तो हैं, लेकिन इसमें जोखिम भी कम नहीं। क्रिप्टो मार्केट बहुत अस्थिर होता है। इसके अलावा, सरकारों की नीतियां, साइबर हमले और डिजिटल फ्रॉड जैसी चीजें भी निवेशकों के लिए खतरा बन सकती हैं।

जरूरी सावधानियां

शोध करें: किसी भी डिजिटल एसेट में पैसे लगाने से पहले अच्छे से जानकारी लें।

सुरक्षित प्लेटफॉर्म चुनें: केवल रजिस्टर्ड और भरोसेमंद प्लेटफॉर्म पर ही ट्रेड करें।

लंबी अवधि सोचें: शॉर्ट टर्म में पैसा डबल करने के चक्कर में धोखा मिल सकता है।

टैक्स समझें: भारत में क्रिप्टो और NFT पर टैक्स लगता है। टैक्स नियमों की जानकारी ज़रूरी है।

 

डिजिटल संपत्तियां आज के दौर का उभरता हुआ निवेश माध्यम हैं। यदि इन्हें सही रणनीति और जानकारी के साथ अपनाया जाए, तो यह लाखों की कमाई का जरिया बन सकती हैं। लेकिन बिना रिसर्च और जागरूकता के यह एक जोखिमभरा दांव भी साबित हो सकता है।

 

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